
उत्तराखंड के मुनस्यारी के पास स्थित Khaliya Top , रोमांच चाहने वालों और प्रकृति प्रेमियों, दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह स्थान 11,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है,जो अद्भुत अल्पाइन घास का मैदान पंचाचूली चोटियों , नंदा कोट और राजरंभा के लुभावने 360° पर मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। यह ट्रेक उन […]
उत्तराखंड के मुनस्यारी के पास स्थित Khaliya Top , रोमांच चाहने वालों और प्रकृति प्रेमियों, दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह स्थान 11,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है,जो अद्भुत अल्पाइन घास का मैदान पंचाचूली चोटियों , नंदा कोट और राजरंभा के लुभावने 360° पर मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। यह ट्रेक उन लोगों के लिए एकदम सही है जो हिमालय की गोद में शांति के दो पल आराम से जीना चाहते हैं और साथ ही ट्रैकिंग, कैंपिंग और पक्षी-दर्शन जैसी मध्यम साहसिक गतिविधियों का लुप्त उठना चाहते है।

मुनस्यारी में आज मेरा (संजू) और माही का पहला दिन है। यह दिन बहुत खाश है,आज दिवाली भी है ,साथ ही हमदोनों को ट्रेकिंग के लिए जाना भी। हमदोनों अपने ट्रेक के लिए बहुत एक्ससिटेड है। जैसे ही सुबह हुई सबसे पहले हम दोनों ने रूम से निकल कर बहार का नजारों को देखने के लिए गए ,बाहर का नज़ारा बहुत ही शानदार था ,इसीलिए वही बालकॉनी में बैठ के हमलोग चाय पीने लगें ,साथ में थोड़ी बहुत बातें भी किये। यहाँ से जो दृश्य देख रहा था उसका उल्लेख नहीं किया जा सकता है। माही मैडम ये अद्भुत दृश्य को देख कर ट्रेक के लिए ओर भी ज्यादा एक्ससिटेड हो गए। फिर हमलोग फ्रेश हो कर नाश्ता किये इसके बाद खलिया टॉप से होते हुए zero point तक के ट्रेक के लिए निकल गए। हम आपको इस ब्लॉग में बतायंगे की हमने ट्रेक का सुहाना सफर कहाँ से शुरू किया और रास्तें में कहाँ कहाँ रुकने की जगह है और आप इस ट्रेक को कैसे मजेदार बना सकते है, तो चलिए जानते है।

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Munsyari में रात में रुकने के बाद अगली सुबह हमें आगे ट्रेक के लिए जाना था। जहाँ हम रुकें से वहां से लगभग 9 किलोमीटर दूर था खलिया द्वार। सुबह हमलोग नास्ता कर के होटल से निकल पड़े खलिया द्वार जाने के लिए। क्योकि खलिया द्वार से ही खलिया टॉप होते हुए zero point तक का ट्रेक करना था। जब रास्तें में हमलोग जा रहें थे तब आस पास दृश्य बहुत भी मनमोहक था , हमलोग बस इस अद्भुत दृश्य को देखते जा रहें थे। कुछ दूर चलने के बाद रास्तें में एक सुन्दर सा बहता हुआ झरना मिला ,जिसका पानी पहाड़ों से गिर कर रास्तें में आ रहा था। ये पानी बिलकुल साफ़ था इसे आप पी भी सकते है। हमलोग यहाँ अपनी कार रोक कर कुछ फोटो और वीडियो बनाये। इसके बाद आगे के लिए निकल गए ,कुछ दूर चलने के बाद खलिया द्वार के आ गया जहाँ से हमें ट्रैकिंग की शुरुआत करनी थी।
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मैं (संजू) – माही Munsyari से खलिया द्वार पहुंच चुकें थे, अब यहाँ से ट्रेक की शुरुआत करनी थी। जब हमदोनों खलिया द्वार से ट्रैकिंग की शुरुआत किये ,तो मन में बहुत ख़ुशी हो रही थी। हमलोग दीवली की छुट्टी मनाने गए थे ,लेकिन ये छुट्टी हमारी जिंदगी में एक अहम हिस्सा बन जायगा कभी सोचा भी नहीं था। यहाँ के नज़ारा इतना सुन्दर है की हम अपने शब्दों में बया नहीं कर पा रहें। धीरे -धीरे आगे बढ़ते जा रहें थे ये पहाड़ें ,ठंडी हवाएं अलग सा अहसास करा रहा था। कुछ दूर चलने के बाद रास्तें में जंगली गाय मिली,ये सब देखने में बहुत ही प्यारी थी। ट्रैकिंग में दौरान ओर लोग भी ट्रैकिंग कर रहें थे ,तो और भी आनंद आ रहा था। सभी से बात करते करते हमदोनों अपना ट्रैकिंग का लुप्त उठा रहें थे। कुछ देर चलने के बाद फाइनली हमलोग Khaliya Top पहुंच गए।

यहाँ पहुंचने के बाद आसमन पूरा नीला ,आस पास बस शांति और अद्भुत नज़ारा दिखाया दे रहा था। चारों तरफ बीएस पहाड़ की चोटियां देखे दे रही थी ऐसा लग रहा था की धरती पर ही स्वर्ग यही है। उस समय बस हमदोनों चरों तरफ देखते जा रहें थे। फिर मैं (संजू)- माही मैडम बहुत सारे फोटो वीडियो बनाये ,साथ में यहाँ पर लोग भी थे सब के साथ फोटो खिंचवाये यादों के लिए। ऐसा नहीं था हमें Khaliya Top तक ट्रेक कर के वापस जाना था अभी हमें इससे भी आगे zero Point तक जाना था। जहां से हमें 360° से पर्वत देखते है ,जो एकदम सीधे खड़ी, राजसी अंदाज़ में दिखाई देती है। कुछ देर Khaliya Top पर रुकने के बाद आगे की ट्रैकिंग की शुरुआत की।
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Khaliya Top तक पहुँचते–पहुँचते मन पहले ही पहाड़ों की खूबसूरती में खो जाता है, लेकिन असली जादू तो तब शुरू होता है जब आप Zero Point की ओर बढ़ते हैं। Khaliya Top से Zero Point की दूरी लगभग 1 किलोमीटर है, लेकिन यह 1 किलोमीटर किसी साधारण रास्ते की तरह नहीं होता है यह एक ऐसा सफर है जो हर कदम पर नया एहसास कराता है। Khaliya Top के विशाल घास के मैदानों को छोड़ते ही Zero Point की ओर जाने वाला ट्रेल खुला, हवा से भरा और बेहद शांत मिलता है. यहाँ दूर-दूर तक कोई शोर नहीं होता ,बस हवा की सरसराहट, बादलों की हल्की फुहारें और सामने चमकती बर्फ़ीली चोटियाँ होती है। यही वह क्षण होता है जहाँ ट्रेकिंग शरीर से कम और दिल से ज़्यादा महसूस होती है।
zero point से ही Panchachuli Peaks (पंचाचूली की पाँचों चोटियाँ) ,Nanda Devi (नंदा देवी) ,Nanda Kot (नंदा कोट) , ardeol (हर्देवल) , Rajrambha (राजरम्भा) ,Birthi–Milam Glacier range Chiplakot Range की शानदार दृश्य दिखाई पड़ता है जो दिल को बहुत सुकून देता है। यहाँ पहुचतें ही हमदोनो यहाँ की खुबसुरत वादियों में खो गए। यहाँ कुछ देर बैठ के चारों तरफ के नजारों को जी भर के देखा। इसके बाद हमलोग ने यहाँ दिवाली का सेलिब्रेशन किया ,दरसअल माही ने प्लान किया था की हमलोग दिवाली की मिठाई zero point पे खायंगे। इसलिए हमने एक डब्बा में मिठाई ले के गए थे। वहां पहुंचने के कुछ देर बाद हमदोनों एक दूसरे को मिठाई खिलाये और दिवाली विश किए। इसके बाद ढेर सारा फोटो ,वीडियो लिए और फिर यहाँ से वापस लौट गए। अगर आप लोग भी पहाड़ों के खूबसूरत वादियों में घूमना पसंद करते है या अभी घूमने का प्लान बना रहें है तो एक बार Khaliya Top ट्रेक के लिए जरूर आये।
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Ans. Khaliya Top उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी के पास स्थित एक मशहूर अल्पाइन घास का मैदान है। यह लगभग 11,500 फीट की ऊँचाई पर है।
Ans. Khaliya Top से Zero Point की दूरी लगभग 1 किलोमीटर है। यह छोटा ट्रेल खूबसूरत घास के मैदानों और बर्फ़ से ढकी चोटियों के बीच से गुजरता है।
Ans. खलिया द्वार से Khaliya Top ताज जाने में लगभग 2–3 घंटे लगता है। इसके बाद Khaliya Top से Zero Point: 20–30 मिनट कुल समय लगभग 3–4 घंटे (one-way) लगता है।
Ans. हाँ। Zero Point अपनी 360° Panoramic Himalayan View के कारण बेहद मशहूर है।
यहाँ से चारों तरफ़ फैली केवल सफ़ेद हिमालयी चोटियाँ दिखाई देती हैं।