आज हमलोग का नेपाल में तीसरा दिन है और आज ही हमें ट्रैकिंग की शुरुआत करना था । तो दिल में एक अलग सी ख़ुशी और उमंग भरा पड़ा था । मैं (संजू), माही मैडम और रूबी सुबह उठते ही रेडी हो गए और नास्ता करने लगे क्योकि हमें जल्दी से पोखरा से निकलना था […]
आज हमलोग का नेपाल में तीसरा दिन है और आज ही हमें ट्रैकिंग की शुरुआत करना था । तो दिल में एक अलग सी ख़ुशी और उमंग भरा पड़ा था । मैं (संजू), माही मैडम और रूबी सुबह उठते ही रेडी हो गए और नास्ता करने लगे क्योकि हमें जल्दी से पोखरा से निकलना था और हमें वहां जाना था जहाँ से ट्रैकिंग की शुरुआत होती है। इसके बाद हमलोग आज लगभग 6 -7 किलोमीटर की ट्रेकिंग भी करनी थी। हमलोग जब तक नास्ते किए तब तक जो हमें गाइड कर रहा था वो भी आ गया। इसके बाद हमलोग पोखरा से नयापूल जाने के लिए निकल गए। तो आगे जानतें है कि अन्नपूर्णा बेस कैंप ट्रेक की शुरुआत किस गांव से होती है और इसके लिए हमें क्या करना पड़ता है। हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से बतायंगे।
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नास्ता करने के बाद हम तीनों पोखरा में जहाँ रुके थे वहां से निकल गए अपने कार से नयापूल जाने के लिए , जो पोखरा से लगभग 50 -55 मिनट की दुरी पर था। आप चाहे तो पोखरा से शेयरिंग बस भी ले कर घंड्रुक तक जा सकतें है। लेकिन हमलोगों ने सोचा की अपने कार ही जायँगे। रास्ते का नज़ारा बहुत ही सुन्दर था। चोरों साइड पहाड़ ,हरियाली और बीच -बीच में झरना दिखाई दे रहा था। ये सब देखते हुए हम सफर के एन्जॉय करते करते जा रहें था। साथ में जो गाइड था वो हमें वहां के बारें में कुछ कुछ चीज़ें बता रहा था। वहीं हमलोग बात करते करते घंड्रुक पहुंच गए। अब हमें यहाँ से शेयरिंग बस से छोमरोंग के लिए निकलना था।
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घंड्रुक से हमलोग छोमरोंग के लिए निकल गए। कुछ दूर जाने के बाद हिन्दू नाम के एक जगह पास चेक हुआ इसके बाद आगे की सफर जारी हुआ। हम सभी को रास्तें में बहुत मजा आ रहा था क्योकि रोड के साइड का दृश्य बहुत ही मनमोहक था,और बीच बीच में छोटी झरना भी बहती हुई दिखाई दे रही था। कुछ टाइम बाद हम सभी गुरूंग नमक गाँव पहुचें, यहाँ से हमें नयापूल तक पैदल जाना था। इसके बाद हमारा ट्रैकिंग शुरू होने वाला था। जैसे -जैसे ट्रेक का समय नजदीक आ रहा था। हम तीनों का ट्रैकिंग को लेकर एक्ससिटेमेंट बढ़ता ही जा रहा था। मन में ख़ुशी का उमंग छा रहा था। फिर वो पल आ गया जब हम सभी नयापूल पहुंच गए। इसके बाद हमलोगों ने यहाँ खाना खाया थोड़ा आराम किया। इसके बाद अन्नपूर्णा बेस कैंप ट्रेक के लिए निकल पड़े।
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अन्नपूर्णा बेस कैंप ट्रेक का आज पहला दिन था। हमलोग नयापूल पहुंच कर ,वहां से पूल को पार कर के एक साइड से दूसरी साइड गए। इसके बाद वहां से छोमरोंग के लिए ट्रेक शुरू किया। जो कि यहाँ से लगभग 2 -3 घंटे का ट्रेक था। जब हमलोग नयापूल पार कर रहें थे तब हमसभी डर भी लग रहा था लेकिन मजा भी आ रहा था। अगर किसी को ऊंचाई से डर लगत है तो वह इस पूल को पार नहीं कर पाएगा इसकी ऊंचाई इतना ज्यादा है की। यह पूल एक पहाड़ से दूसरे पहाड़ को जोड़ता है। हमलोग पूल पार करते टाइम बहुत सरा फोटो क्लिक कराया। इसके बाद आगे की ट्रेक जारी किया। माही मैडम को यह पूल पार करने में बहुत अच्छा लगा। रूबी भी इस ट्रेक का खूब आनंद ले रही थी।
Ans . पोखरा से जीप या बस द्वारा पहले Nayapul या Ghandruk जाया जाता है, उसके बाद पैदल ट्रेक करके छोमरोंग पहुँचा जाता है।
Ans .छोमरोंग एक खूबसूरत गुरूंग गाँव है और इसे Annapurna Base Camp Trek का मुख्य प्रवेश द्वार (gateway) माना जाता है। यहाँ से असली ऊँचाई वाली ट्रेकिंग की शुरुआत होती है।
Ans . यहाँ कई tea houses, lodges और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं, जहाँ खाने-पीने और ठहरने की अच्छी व्यवस्था रहती है।
Ans . क्योंकि माही और संजू का असली ट्रेकिंग एडवेंचर यहीं से शुरु हुई और उन्होंने पहली बार ऊँचाई पर बसे गाँवों की प्राकृतिक खूबसूरती और लोकसंस्कृति का अनुभव किया।