आज मेरा (संजू ) और माही का ट्रैकिंग का लास्ट दिन था। आज हमलोग हिमालय से अन्नपूर्णा बेस कैंप का ट्रेक करने वाले थे। इससे पहले हमने पोखरा से छोमारोंग तक ट्रैकिंग किये थे और रात में छोमारोंग में ही रुकें थे। फिर छोमारोंग से अगली सुबह नास्ता कर के आगे हिमालय ट्रेक के लिए […]
आज मेरा (संजू ) और माही का ट्रैकिंग का लास्ट दिन था। आज हमलोग हिमालय से अन्नपूर्णा बेस कैंप का ट्रेक करने वाले थे। इससे पहले हमने पोखरा से छोमारोंग तक ट्रैकिंग किये थे और रात में छोमारोंग में ही रुकें थे। फिर छोमारोंग से अगली सुबह नास्ता कर के आगे हिमालय ट्रेक के लिए निकल पड़े। आज का ट्रेकिंग लगभग 6 -7 घंटे की थी। यह थोड़ा मुश्किल लग रहा था क्योकि लगातार ट्रेक कर रहें थे इसी वजह से थक चुकें थे। फिर भी हमने सोच आज का ट्रेक अन्नपूर्णा बेस कैंप तक करना है ,और रात में वही रुकना है।
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वैसे आज का पूरा प्लान हमलोगों ने ट्रैकिंग करने से पहले ही सेट कर लिया था। हम सबसे पहले हिमालय से देउराली (3230 मी) का ट्रेक करने वाले थे। इस ट्रैकिंग में हम सभी को बहुत मजा आ रहा था। क्योकि ट्रेक के दौरान मौसम बहुत अच्छा हो रखा था। साथ ही रास्तें के खूबसूरत नज़ारा भी दिल को छुए जा रहा था। तो चलिए जानतें है की आगे का ट्रेक कैसा रहा और हम कहाँ – कहाँरुकें ।
हिमालय से देउराली (3,230m) तक का ट्रेक करना मानो की चुनौती और रोमांच का मिश्रण है। यहाँ से प्रकृति और भी रहस्यमयी हो जाती है और हर कदम मंज़िल के करीब ले जाता है। हमलोगों लगातार ट्रेक कर के थक चुकें थे लेकिन जैसे जैसे हम अपने मंजिल के करीब पहुंच रहें थे। हमारे अंदर खुद ही एक ऐसे एनर्जी आ रहीं थी,जो हमें आगे ट्रैकिंग करने की शक्ति प्रदान करा रहीं थी। कुछ देर लगभग 1 घंटे तर्क करने के बाद हम तीनों देउरली पहुंच गए। इसके बाद हम यहाँ रुक कर चाय पिए और आगे की ट्रेक जारी किया।
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देउराली से लगभग 2 घंटे का ट्रेक करने के बाद हमलोग MBC ( Machapuchare Base Camp) पहचें। दरअसल देउराली से निकलते ही ऊँचाई अचानक बढ़ने लगती है। रास्ते में बर्फ से ढकी पगडंडियाँ, खड़ी चढ़ाई और ठंडी हवाएँ होने लगती है। वहीं रास्ते के दोनों ओर ऊँचे-ऊँचे पहाड़ खड़े नज़र आते हैं,और कई जगह छोटे-छोटे झरने और ग्लेशियर पिघलते हुए भी दिखाई देते हैं। जब मैं (संजू) MBC पंहुचा था वहां बहुत ठण्ड पड़ रहीं थी। फिर माही मैडम वहां आई इसके बाद हमदोनों रूबी का इंतजार करने लगे। क्योकि हमलोग को लंच यहीं करना था इसके बाद हमलोग आगे की ट्रैकिंग शुरू करतें। कुछ देर में हमलोग यहाँ से लंच कर के फिर से आगे की ट्रैकिंग शुरू की।
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हमलोग MBC से करीब 2 से घंटे की ट्रेक करने के बाद अपने मंजिल अन्नपूर्णा बेस कैंप पे पहुंच गए। यहाँ पहुंचने से पहले ही मौसम बहुत ठंडा होने लगी थी और बारिश भी होने लगी। आखिरकार हमलोग 4,130 मीटर की ऊँचाई पर Annapurna Base Camp पहुँच गए। यहाँ पहुंच कर मैं और माही मैडम बहुत खुश हो रहें थे ,क्योकि यहाँ पहुंचने के बाद ऐसा लगता है की चारों तरफ फैली चोटियाँ हमें अपनी गोद में ले रहीं है। वहीं यहां से 360° व्यू मिलता है। जिसे देख कर मन खुश हो जाता है। हम तीनों आज रात ABC पे ही रुकने वाले थे। फिर हमलोगों ने यहाँ आस पास में थोड़ा घुमा और फोटो वीडियो बनाया। इसके बाद रात हो गई तो हमलोगों ने खाना खाया और सो गया।
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अगली सुबह 5 बजे जब मैं (संजू) उठा और बाहर जा के देखा तो देखता रह गया। चारों तरफ बर्फ से ढकी पहाड़ों की सफ़ेद चोटियां दिखाई दे रही थी। जो देखने में बेहद आकर्षक लग रही थी । कुछ देर बाद हम तीनों ने बाहर जा कर सामने Annapurna I (8,091m), बगल में Machapuchare (6,993m) और Annapurna South और Hiunchuli की बर्फीली चोटियाँ को देखा। जो देखने में अद्भुत लग रहा था क्योकि सुबह के समय जब पर्वत की ऊंची चोटियों पर उगतें हुए सूर्य की किरण पड़ती है तो वह चोटियां सुनहरे और चमकीली देखाई देती है। इसके बाद यहाँ पे हमलोगों ने धीर सारे फोटो वीडियो बनाया,और यहाँ से वापस जाने का प्लान बनाया। हमलोगों को यह ट्रेक हमेशा याद रहेगा। अगर आप भी ट्रैकिंग करना पसंद करते है तो एक बार ABC ट्रेक जरूर करें।
Ans . नयापुल, टिकेढुंगा, उल्लेरी, घोरेपानी, तड़ापानी, छोमरोंग, बाँस (Bamboo), डोभान, ड्यूराली, Machapuchare Base Camp (MBC) और अंत में Annapurna Base Camp (ABC)।
Ans .यह सबसे कठिन लेकिन सबसे खूबसूरत हिस्सा है। बर्फीली पगडंडियाँ, ठंडी हवाएँ और सामने नज़र आती Annapurna व Machapuchare की चोटियाँ इसे रोमांचक बना देती हैं।
Ans .जब मैं (संजू) और माही ने Annapurna Base Camp (4,130m) पहुँचकर चारों तरफ फैली बर्फीली चोटियों का 360° दृश्य देखा और सूर्योदय का पल। ये दोनों पल मेरे जीवनभर की याद बन गया।