आज मेरा (संजू ) और माही का ट्रैकिंग का चौथा दिन था। आज हमलोग छोमरोंग से अपर डोभान का ट्रेक करने वाले थे। इससे पहले हमने पोखरा से छोमारोंग तक ट्रैकिंग किये थे और रात में छोमारोंग में ही रुकें थे। फिर अगली सुबह छोमारोंग से नास्ता कर के आगे की ट्रेक के लिए हमलोग […]
आज मेरा (संजू ) और माही का ट्रैकिंग का चौथा दिन था। आज हमलोग छोमरोंग से अपर डोभान का ट्रेक करने वाले थे। इससे पहले हमने पोखरा से छोमारोंग तक ट्रैकिंग किये थे और रात में छोमारोंग में ही रुकें थे। फिर अगली सुबह छोमारोंग से नास्ता कर के आगे की ट्रेक के लिए हमलोग निकल पड़े। आज का ट्रेकिंग लगभग 16 किलोमीटर की हैं, जो हमें 6 -7 घंटे में पूरा करना था,यह थोड़ा मुश्किल भी लग रहा था क्योकि लगातार ट्रेक कर के थक चुकें थे। फिर भी हमने सोच आज का ट्रेक अपर डोभान तक करुगा और वही आराम करुगा। अगली सुबह फिर से ट्रैकिंग शुरू करुगा जो अन्नपूर्ण बेस कैंप तक होगा।
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वैसे कहां जाता है की अन्नपूर्णा बेस कैंप ट्रेक का सबसे खूबसूरत और रोमांचक हिस्सा छोमरोंग से अपर डोभान तक का रास्ता माना जाता है। यह ट्रेक प्राकृतिक सुंदरता, गाँव की संस्कृति और हिमालयी नजारों से भरपूर होता है। इस ट्रैकिंग के दौरान प्राकृतिक सुंदरता को देख कर आँख खुली की खुली रह जायगी। आपको प्राकृतिक सुंदरता देखर एक अगल से ख़ुशी अहसास होगा ,जो आपकी थकान को भी काम करने में मदद करता है। मैं (संजू ),माही और रूबी भी इस खुशनुमा पल को अहसास कर रहें थे। साथ ही हमलोग ट्रैकिंग के बीच में रुक रुक कर प्राकृतिक सुंदरता के सतत अपनी यादों को संजोने के लिए फोटो,वीडियो भी ले रहें थे। अगर आप भी ट्रैकिंग के दीवाने है तो एक बार अन्नपूर्णा ट्रेक को जरूर करना चाहिए। हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से बतायंगे की इस ट्रैकिंग में क्या -क्या खास और इन से जुड़ी ट्रेक के बारें में।
हमलोगों का पहला पड़ाव सिनुवा होता है, जो लगभग 2,340 मीटर पर स्थित है। यहाँ तक पहुँचने के लिए तीखी चढ़ाई और सीढ़ियों से गुजरना पड़ता है। रास्ते में सीढ़ीदार खेत और बांस के जंगल मिलते हैं। सिनुवा छोटा लेकिन शांतिपूर्ण गाँव है जहाँ ट्रेकर्स थोड़ा आराम करते हैं,फिर आगे का ट्रेक शुरू करते है। यह लगभग 1 :30 घंटे से 2 :00 घंटे की ट्रेक होता है। इस ट्रेक के बाद बाम्बू का ट्रेक की बरी आती है।
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सिनुवा से आगे बढ़ने पर घना जंगल शुरू हो जाता है। यह इलाका बांस, ओक और रोडोडेंड्रोन (लाल फूलों वाला पेड़) से भरा होता है। धीरे-धीरे चलते हुए ट्रेकर्स बाम्बू (2,310 मीटर) पहुँचते हैं। यहाँ कई लॉज और टी-हाउस हैं। यहाँ पर रुक कर हम तीनों से चाय पिया और थोड़ी देर आराम किया। यह इलाका बेहद हरा-भरा और ठंडा रहता है। यहां का सुकून आपको बहुत पसंद आएगा। यहां पहुंचने के लिए आपको सिनुवा से लगभग 2 घंटे के ट्रेक करना पड़ता है। इसके बाद आगे डोभान का ट्रेक करना होता है।
बाम्बू से डोभान (2,600 मीटर) तक का रास्ता भी जंगलों से होकर गुजरता है। यहाँ नदियों और झरनों की आवाज़ लगातार सुनाई दे रहीं थी। यहाँ का वातावरण बहुत शांत और आध्यात्मिक महसूस हो रहन था। मैं और माही मैडम यहाँ पर बहुत सारे तस्वीर खिचवायें। इसके बाद आगे की ट्रेक जारी किये।इसके बाद हमें अपर डोभान का ट्रेक करना था। इस ट्रेक के बाद हमलोग बहुत थक चुकें थे लेकिन फिर भी हमें आज शाम तक अपर डोभान तक जाना था इसलिए यहाँ थोड़ी देर आराम कर के वापस से हमलोग अपना ट्रैकिंग शुरू कर दिए।
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यह ट्रेक डोभान से अपर डोभान का है, जो लगभग 2,700 मीटर की ऊँचाई पर है। यहाँ से ऊँचे-ऊँचे पहाड़ और घना जंगल दिखने लगता है। यहाँ आने के बाद मौषम ठंडा हो जाता और हमे ठंडक महसूस होने लगती है। अपर डोभान पे आ कर हमलोग चाय पिए ,थोड़ी देर आराम किये इसके आगे के ट्रैकिंग के लिए निकल पड़े। क्योकि आज हमें हिमालय पर रुकना था। इसलिए रात होने से पहले हमें वहां पहुंचना था।
अन्नपूर्णा बेस कैंप ट्रेक का सफर जैसे-जैसे आगे बढ़ता है, वैसे-वैसे रोमांच और खूबसूरती और गहरी होती जाती है। अपर डोभान ( 2,700 मीटर) से लेकर हिमालय होटल क्षेत्र 2,920 मीटर) तक की ट्रेकिंग छोटी दूरी की होते हुए जो लगभग 2 घंटे की होतें है लेकिन बेहद खास अनुभव होता है। क्योकि यह सफर घने जंगलों, झरनों और ऊँचे-ऊँचे बर्फ से ढके पहाड़ों की झलक से भरा हुआ होता है। आज रात हम तीनों ने यही पर रुकने का प्लान किया। हमलोग बहुत ज्यादा थक चुके थे,और शाम के 7 :30 बज चुकें थे तो आगे जाना सही नहीं था।
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इसलिए हमलोग ने हिमालय पर ही रुक गए। यहाँ पर खाना खाय ,इसके बाद टेंट हाउस में आर्म करने चले गए। अगली सुबह जब उठा तो यहाँ का मौषम बेहद आकर्षक था ,ठंडी हवा बह रहीं थी। फिर हमलोगों ने भी इस मौषम का खूब आनंद लिया। साथ ही हम तीनों ने कुछ यादों के तौर पे फोटो वीडियो बनाये। इसके बाद नास्ता कर के यहाँ से देउराली के लिए निकल गए। क्योकि आज ही हमें MBC ट्रेक करते हुए ABC ट्रेक तक पहुंचना था।
Ans . छोमरोंग नेपाल के अन्नपूर्णा क्षेत्र का एक सुंदर गाँव है, जो लगभग 2,170 मीटर की ऊँचाई पर है। यह अन्नपूर्णा बेस कैंप (ABC) ट्रेक का मुख्य गेटवे माना जाता है।
Ans . यह दूरी लगभग 10–12 किमी है, जिसे तय करने में सामान्यतः 6–7 घंटे लगते हैं।
Ans . इस ट्रैकिंग के दौरान सिनुवा, बाम्बू, डोभान और अपर डोभान इन सभी जगहों पर टी-हाउस और लॉज उपलब्ध हैं।
Ans . यह दूरी लगभग 2–3 किमी है, जिसे तय करने में करीब 1.5–2 घंटे लगते हैं।
Ans . हिमालय घाटी में बसा हुआ है और चारों ओर ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों से घिरा है। यह अन्नपूर्णा बेस कैंप और माछापुछरे बेस कैंप की ओर जाने का महत्वपूर्ण पड़ाव माना जाता है।